Friday, July 19, 2013

ज़िन्दगी की हकीक़त........बाबु मुसाये

ज़िन्दगी कैसी है पहली हाय कभी यह हँसाए कभी यह रुलाये........
राजेश खन्ना जी के इस गीत की पक्ति उनकी खुद की ज़िन्दगी के सफर की दास्ताँ बया करती है। हमेशा मुस्कुराता हुआ चेहरा हमारे जेहन मैं उन यादो की तरह बस हुआ है जो कभी भी धुद्लि नहीं पद सकती। मुझे हमेशा उनके गीत ज़िन्दगी को समझने का नया नजरिया दिखाते है। 

ज़िन्दगी प्यार का गीत है जिसे हर दिल को गाना पड़ेगा ..........

आपसी रिश्तो की कस्मस मैं फस कर आनंद शाहब ने अपनी अदाकारी से कभी मुह नहीं मोड़ा। सबका साथ झुटा पर अपने प्रसंसको को मायूस नहीं किया। उनकी हर अदा के हम आज भी कायल है, जो उनकी यही यादो का बसेरा बन कर हमे उनकी याद दिलाता है।

तू जहाँ चला गया तेरा अक्स हमें याद रहा,
तेरी रूह को सदा चेन मिले यही दुआ से तेरा फिर आगाज़ हुआ,
रोशन तेरी अदाकारी का सितारा खुदा के अक्स मैं रहा,
तू जहाँ चला चला तेरा अक्स हमें याद रहा।।।।।।।